वर्षा ने फेरा किसानों के अरमानों पर पानी


बागपत। रविवार को मौसम का मिजाज बिगड़ने से किसानों के चेहरों की हवाई उड़ने लगी। सुबह से दोपहर तक बादल छाए रहने से किसानों की निगाह आकाश की और रही, लेकिन दोपहर को बारिश होने से गेहूं फसल की कटाई और थ्रेसिग थम गई। वहीं आंधी से आम के बागों में भी नुकसान हुआ है और 20 उप केंद्रों पर ब्रेकडाउन की स्थिति बनने से करीब 100 गांवों में बिजली गुल रहने से हजारों लोग परेशान रहे।


बागपत में 56 हजार हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की कटाई और थ्रेसिग का काम जोरों पर चल रहा था, लेकिन रविवार को आंधी-बारिश से यह काम थम गया। बारिश के कारण खेतों में कटी पड़ी गेहूं फसल भीगने से थ्रेसिग बंद हो गई है। जो किसान थ्रेसिग कर रहे थे, उनका गेहूं भीग गया। सरूरपुरकलां के सुभाष नैन, बली के गौरव कुमार, सिसाना के नरेश कुमार, गौरीपुर के राजू और निवाड़ा के गुलजार ने बताया कि बारिश से कुछ देर पहले आई आंधी से अनेक किसानों को खेतों में पड़ा भूसा हवा के साथ उड़ने से काफी नुकसान हुआ है। आम की फसल



 


इनको हुआ नुकसान


रटौल के प्रधान पति जाकिर और फहीम अहमद ने बताया कि आंधी से आम के बागों में नुकसान हुआ है, क्योंकि काफी बौर झड़ गया है। आंधी से कई स्थानों पर होर्डिंग उखड़ कर जमीन पर गिर पड़े। उप कृषि निदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि बागपत में बहुत कम बारिश हुई है जिससे गेहूं की कटाई और थ्रेसिग का काम जल्द शुरू हो जाएगा।


बिजली आपूर्ति धड़ाम


आंधी से सिघावली अहीर, पूरा महादेव, डौला, मुकारी, बुढ़ेडा, बड़ागांव, छछरपुर, किशनपुर समेत 20 उप केंद्रों पर ब्रेकडाउन आने से गांवों में बिजली आपूर्ति ठप रहने से हजारों लोगों को परेशान रहे। ऊर्जा निगम कर्मियों ने तत्परता दिखा अधिकांश ब्रेकडाउन अटेंड कर गांवों की बिजली आपूर्ति बहाल कर दी, लेकिन कुछ गांवों में बिजली ठप है। बिजली ठप रहने का असर कस्बों व गांवों में पेयजल आपूर्ति पर भी पड़ा है। एक्सईएन अमरपाल सिंह ने कहा कि ब्रेकडाउन अटेंड कराकर सभी गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल करा दी है।